• Home
  • About
  • Services
    • Home Care
    • Cardiology
    • MRI Resonance
    • Blood Test
    • Dentistry
    • Piscologist
    • Chiropractor
    • Pediatrician
  • Blog
  • Courses
    • Web Development
    • Home Health Aide
    • General Duty Assistance
    • Front Desk Executive
    • Emergency Medical Technician
    • Digital Marketing
  • Contact
Sign up Log in
Blog
  • Home
  • Blog
Logistics
  • 04-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

साइनसाइटिस - लक्षण, कारण और उपचार

आंखों के बीच, माथे, नाक और गालों की हड्डियों (Cheekbones) के पीछे की तरफ छोटे-छोटे Air Pockets होते हैं, जिन्हें साइनस कहा जाता है। जब साइनस और नाक के मार्ग में सूजन आ जाती है, तो इसे साइनसाइटिस कहा जाता है। नाक में साइनस में Infection की वजह से यह सूजन आ सकती है। इसे साइनस Infection भी कहा जाता है। यह एक आम समस्या है। स्वस्थ साइनस में हवा भरी रहती है। जब साइनस में तरल बनने लगता है तो कीटाणुओं को बढ़ने का मौका मिलता है और Infection का कारण बनता है जिससे साइनसाइटिस या साइनस इंफेक्शन की समस्या होने लगती है। National Institute of Allergy and Infectious Diseases (NIAID) के अनुसार लगभग 13.4 करोड़ भारतीय, Chronic Sinusitis से पीड़ित हैं। इस बीमारी से पीड़ित लोगों की संख्या में भारत, विश्व में दूसरे नंबर पर है।



साइनसाइटिस कई प्रकार का होता है, जिनमें शामिल हैं:

1. Acute sinusitis : यह साइनस में थोड़े समय तक होने वाली सूजन है, जो अक्सर सामान्य सर्दी जैसे Viral Infection के कारण होती है। कुछ मामलों में यह Bacterial Infection के कारण भी हो सकता है।

2. Chronic sinusitis : क्रोनिक साइनसाइटिस लंबे समय तक रहता है, आमतौर पर 12 सप्ताह से अधिक और अक्सर लगातार सूजन के साथ होता है। यह विभिन्न कारकों के कारण हो सकता है, जैसे Allergies, Nasal Polyps, या साइनस में Structural Problems आदि।


साइनसाइटिस के कारण

Causes Of Sinusitis

साइनसाइटिस के कई कारण हो सकते हैं: 

  • नाक की हड्डी का टेढ़ा होना या बढ़ जाना
  • बढ़ता हुआ प्रदूषण
  • धूल मिट्टी से एलर्जी
  • धूल और Mold से एलर्जी
  • Viral या Bacterial Infection के कारण 
  • दांतों में दर्द
  • दूषित पानी का सेवन

साइनसाइटिस के लक्षण

Symptoms of Sinusitis

  • बहती या भरी हुई नाक
  • चेहरे का दर्द या दबाव (विशेष रूप से नाक, आंखों और माथे के आसपास सूजन)
  • बार-बार सिरदर्द होना
  • दांतों या कानों में दर्द
  • गले में खराश और खांसी
  • बदबूदार सांस
  • आंखों से पानी आना 
  • थकान 
  • बुखार 

साइनसाइटिस का इलाज 

Treatment Of Sinusitis

साइनसाइटिस का उपचार इसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करता है। साइनसाइटिस के इलाज के लिए यहां कुछ सामान्य उपाय दिए गए हैं :

1. Over-the-Counter (OTC) Medicines :

Decongestant : OTC Decongestant Nasal Sprays या गोलियां नाक में जमाव को कम करने में मदद करती हैं।

Pain Relievers : Ibuprofen या Acetaminophen जैसी OTC दवाएं दर्द और बुखार को कम करने में मदद करती हैं।

Saline Nasal Sprays : ये बलगम को साफ करने और नाक में  जमाव को ठीक करने में मदद करता हैं।





2. Prescription Medicines :


Antibiotics :  यदि साइनसाइटिस Bacterial Infection के कारण होता है, तो आपका डॉक्टर एंटीबायोटिक्स Priscribe करते हैं। 

Corticosteroids : इन्हें नासिका मार्ग में जलन और सूजन को कम करने के लिए दिया जाता है।





3. हाइड्रेटेड रहें : बलगम को पतला करने और अपने साइनस मार्ग को नम रखने के लिए खूब सारे तरल पदार्थ पिएं।

4. गर्म सेक : चेहरे पर गर्म सेक लगाने से दर्द और दबाव को कम करने में मदद मिलती है।

5. आराम और आत्म-देखभाल:

पर्याप्त आराम और स्वयं की देखभाल आपके शरीर को साइनसाइटिस से अधिक तेज़ी से ठीक होने में मदद कर सकती है।

साइनसाइटिस के गंभीर या बार-बार होने वाले मामलों में, आपका डॉक्टर अतिरिक्त उपचार की सिफारिश कर सकता है, जैसे:
   
6. सर्जरी:


Endoscopic Sinus Surgery : यह तब अपनाया जाता है जब अन्य उपचार प्रभावी नहीं होते हैं, और इसका उद्देश्य साइनस मार्ग में रुकावटों को दूर करना है।


आपकी विशिष्ट स्थिति के अनुरूप उचित निदान और उपचार योजना के लिए किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना महत्वपूर्ण है। साइनसाइटिस के सभी मामलों में Antibiotics दवाओं की आवश्यकता नहीं होती है। इसके अतिरिक्त, यदि डॉक्टर द्वारा Antibiotics निर्धारित हैं तो उनका पूरा कोर्स करना महत्वपूर्ण है।

Read More
Logistics
  • 03-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

Home Remedies For Low Blood Pressure

Low blood pressure को घरेलू उपचार से नियंत्रित किया जा सकता है। हालाँकि, यदि आपको लगातार Low Blood Pressure है तो स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना आवश्यक है, क्योंकि यह एक अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति का संकेत हो सकता है। यहां कुछ घरेलू उपचार और जीवनशैली में बदलाव दिए गए हैं जो आपके  Blood Pressure को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं:

Low BP के लिए जीवनशैली में बदलाव :


नमक का सेवन बढ़ाएँ - 



अपने भोजन में नमक का सेवन बढ़ाएँ। नमक में सोडियम होता है और Blood Pressure की समस्या वाले लोगों के लिए अधिक सोडियम का सेवन एक अच्छा समाधान हो सकता है। इस प्रकार, अधिक नमक का सेवन आपके रक्तचाप को बढ़ाने में मदद कर सकता है।




बार-बार थोड़ा - थोड़ा भोजन करें - 

थोड़ा और अधिक बार भोजन करने से Low Blood Pressure में मदद मिलती है। और पोषक तत्व भी उचित प्रकार से मिलते हैं। शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है और Blood Circulation में भी सुधार होता है।



तेजी से न उठें या इधर-उधर न घूमें - 

कोई भी अचानक या तेज हरकत निम्न रक्तचाप वाले व्यक्ति के लिए समस्या पैदा कर सकती है। तेजी से बैठने या खड़े होने से आपको चक्कर आ सकता है, या यहां तक ​​कि आप बेहोश भी हो सकते हैं।



हाइड्रेटेड रहें: 



Dehydration, Low Blood Pressure का कारण बन सकता है, इसलिए सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त पानी पी रहें हैं। दिनभर में कम से कम आठ गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें। 




Low BP के लिए आहार योजना :


अपने भोजन के साथ कॉफी का सेवन करें - 



सुनिश्चित करें कि आप अपने भोजन के साथ एक कप कॉफी लें। कॉफ़ी या कोई अन्य कैफीनयुक्त पेय आपके रक्तचाप को बढ़ाने में मदद कर सकता है। यदि आपका Blood Pressure, Low है तो सुबह एक कप कॉफी पीने से  Low Blood Pressure का तुरंत इलाज किया जा सकता है। 





बादाम और किशमिश का सेवन  - 


घर पर निम्न रक्तचाप का इलाज करने का सबसे आसान तरीका बादाम और किशमिश का सेवन करना है। हाइपोटेंशन को प्राकृतिक रूप से ठीक करने में मदद करने के लिए किशमिश और बादाम एक आयुर्वेदिक उपचार हैं। आप कुछ किशमिश या बादाम को रात भर पानी में भिगोकर सुबह खाली पेट खा सकते हैं और जिस पानी में इन्हें भिगोया गया था उस पानी को भी पी सकते हैं। आप इन्हें कुछ हफ्तों और महीनों तक आज़मा सकते हैं। या बादाम का दूध बनाकर भी पी सकते हैं।  



गाजर और चुकंदर का रस पिएं - 


ये हृदय और गुर्दे के कार्यों को Stabilize करने में मदद करते हैं। शहद के साथ एक गिलास गाजर का रस बनाकर पीने से रक्तचाप को नियंत्रित रखने में मदद मिलती है। 
चुकंदर का रस Blood Pressure को स्थिर करने में मदद करने के लिए फायदेमंद है। Low Blood Pressure  वाले लोगों के लिए, एक सप्ताह तक दो गिलास चुकंदर के रस का सेवन करना आपको अच्छे परिणाम दे सकता है।





तुलसी के पत्ते -


घर पर Low Blood Pressure का इलाज करने के लिए तुलसी की पत्तियां सबसे अच्छा विकल्प हैं। इसमें पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे विभिन्न खनिज होते हैं जो आपके Blood Pressure को नियंत्रित रखने में मदद करते हैं।



याद रखें कि ये घरेलू उपचार हर किसी के लिए उपयुक्त नहीं हो सकते हैं, और Low Blood Pressure  के प्रबंधन पर उचित निदान और व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श करना आवश्यक है। 

Read More
Logistics
  • 03-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

Home Remedies for High Blood Pressure

यहां कुछ घरेलू उपचारों दिए गए हैं जो उच्च रक्तचाप को प्रबंधित करने में मदद कर सकते हैं।व्यक्तिगत सलाह और उपचार विकल्पों के लिए किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना आवश्यक है। उच्च रक्तचाप या Hypertension  एक गंभीर चिकित्सीय स्थिति हो सकती है, और इसे ठीक से प्रबंधित करना आवश्यक है।

1. Dietary Changes:

a) नमक का सेवन कम करें : अधिक नमक के सेवन से High Blood Pressure हो सकता है। भोजन में नमक का सेवन सीमित मात्रा में करें और फास्ट फूड से बचें।

b) संतुलित आहार लें : फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, प्रोटीन और कम वसा वाले डेयरी उत्पादों से भरपूर आहार लें।

c) खाने में पोटेशियम युक्त खाद्य पदार्थ बढ़ाएँ : उच्च पोटेशियम वाले खाद्य पदार्थ जैसे केला, संतरा और पालक आदि High Blood Pressure कम करने में मदद करते हैं।



2. अजवाइन :

यह एक औषधीय जड़ी बूटी है जिसका उपयोग भोजन और Traditional Medicine के रूप में किया जाता है। यह पोटेशियम, Dietary Fiber, Vitamin K,  मैंगनीज आदि से भरपूर है। पोटेशियम हृदय के लिए आवश्यक है और उच्च रक्तचाप को प्रबंधित करने में मदद करता है। 

एक Juicer में कुछ Celery Stalks मिलाएं और रस बनाकर पिएं। अधिक स्वाद के लिए आप रस में थोड़ा सा शहद मिलाकर भी पी सकते हैं।

उच्च रक्तचाप से जुड़े सिरदर्द, चक्कर आना और कंधे के दर्द से राहत पाने के लिए सिरके के साथ एक गिलास अजवाइन का रस बनाकर भी पी सकते हैं।  



3. लहसुन :


लहसुन में Vitamin B12 होता है लहसुन High Blood Pressure को कम करने में बहुत ही फायदेमंद होता है। अगर आप रोजाना सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली (Clove) को खाते तो आपका ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। आप इसका रोजाना सेवन कर सकते हैं। लहसुन की एक कली का सेवन खाली पेट करने से ब्लड में कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में मदद मिलती है। 






4. अदरक :

अदरक Blood Circulation को बढ़ाने और Blood Vessels के आसपास की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है। 
अदरक को छीलें इसे कद्दूकश कर पानी में डालकर उबालें। इसमें थोड़ा नींबू का रस डालकर पी सकते हैं। मीठे के लिए आप इसमें थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं। या अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं। 




5. Weight Management :

स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए Healthy Diet और Exersice का नियमित रूप से पालन करें। Healthy Weight बनाए रखने से High Blood Pressure को कम करने में मदद मिलती है।



6. Regular Exercise :

नियमित रूप से Physical Activity में संलग्न रहें, जैसे तेज चलना, तैराकी या साइकिल चलाना। प्रति - दिन कम से कम 15 से 20 मिनट तक नियमित व्यायाम का लक्ष्य रखें।



7. अत्यधिक तनाव न लें :

High Blood Pressure को कम करने में मदद के लिए तनाव प्रबंधन क्रियाओं जैसे गहरी साँस लेना, ध्यान, योग या व्यायाम का अभ्यास करें।


यदि आपको High Blood Pressure है, तो व्यक्तिगत योजना और दवा के लिए किसी डॉक्टर से परामर्श लें।
Read More
Logistics
  • 03-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

Low Blood Pressure: Symptoms, Causes and Treatment

Low Blood Pressure, जिसे हाइपोटेंशन भी कहा जाता है । यह एक ऐसी चिकित्सीय स्थिति है जिसमें Arteries और Veins में Blood Flow कम हो जाता है, जब रक्त का प्रवाह कम होता है, तो मस्तिष्क, हृदय और kidneys जैसे महत्वपूर्ण अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं पहुंच पाते।
सामान्य रक्तचाप 120/80 होना चाहिए। जब किसी व्यक्ति का Blood Pressure 90/60 से नीचे चला जाता है, तो इसे Low BP या हाइपोटेंशन कहते हैं।   




निम्न रक्तचाप के कारण

Causes of Low Blood Pressure

  • अत्यावश्यक विटामिन जैसे B-12 और आयरन की कमी के कारण
  • हार्मोन असंतुलन के कारण
  • Abnormal Heart Beats के कारण
  • Blood Vessels के फैल जाने के कारण
  • लिवर सम्बन्धी की बीमारियों के कारण
  • गर्भावस्था (मां और बढ़ते भ्रूण (fetus) दोनों में रक्त की बढ़ती मांग के कारण)
  • शरीर में पानी की कमी के कारण
  • किसी दवा के Side Effect के कारण 
  • Genetic Cause 
  • तनाव के कारण 
  • डायबिटीज, थायरॉयड जैसी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण



निम्न रक्तचाप के लक्षण 

Symptoms of Low Blood Pressure

  • कमज़ोरी होना 
  • चक्कर आना
  • आंखों के आगे अंधेरा या धुंधला दिखाई देना
  • सीने में दर्द
  • बार-बार प्यास लगना
  • बेचैनी
  • तेज बुखार
  • अगर ज्यादा लंबे समय तक लो ब्लड प्रेशर की समस्या हो तो उल्टी और डायरिया भी हो सकती है।


निम्न रक्तचाप से बचने के उपाय

Prevention Tips for Low Blood Pressure

निम्न रक्तचाप के खतरे से बचने के लिए समय रहते सावधानियों को अपनाना बेहतर होता है। यहां निम्न रक्तचाप से बचाव के कुछ सुझाव दिए गए हैं:

1. हाइड्रेटेड रहें:

निर्जलीकरण से BP Low होता है। सुनिश्चित करें कि आप पर्याप्त पानी पियें, प्रतिदिन कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पिए। इससे रक्त की पर्याप्त मात्रा बनाए रखने में मदद मिलती है।

2. नमक का सेवन बढ़ाएँ: 

भोजन में नमक का सेवन थोड़ा बढ़ाएं। आपके लिए कितना नमक सुरक्षित है यह निर्धारित करने के लिए किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लें।

3. हेवी डाइट लेने से बचें:

इससे BP Low हो जाता है क्योंकि ऐसी स्थिति में Digestive System की ओर Blood Flow तेजी से होता है पर शरीर के अन्य हिस्सों में इसकी गति धीमी हो जाती है। इससे व्यक्ति को सुस्ती महसूस होती है। लो बीपी की समस्या होने पर आप अपनी डाइट में कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों जैसे आलू, चावल, पास्ता और ब्रेड आदि की मात्रा कम कर दें।

4. अल्कोहल या अन्य नशीले पदार्थों का सेवन न करें:    

अल्कोहल या अन्य नशीले पदार्थ Blood Pressure को कम कर सकते हैं। आपके लिए क्या सुरक्षित है, इसके बारे में अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।

5. तनाव को प्रबंधित करें:

अत्यधिक तनाव रक्तचाप को प्रभावित कर सकता है। गहरी साँस लेना, ध्यान, योग जैसी शारीरिक क्रियाएं  तनाव कम करने में मदद करती हैं।

6. पर्याप्त नींद लें। प्रतिदिन कम से कम 8 घंटे की गुणवत्तापूर्वक नींद लें और समय - समय पर डॉक्टर से जाँच करवाएं। 

व्यक्तिगत सलाह के लिए हमेशा स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लें, खासकर यदि आपको लगातार  निम्न रक्तचाप है, क्योंकि यह एक अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति का संकेत हो सकता है जिसके लिए उचित निदान और उपचार की आवश्यकता होती है।

Read More
Logistics
  • 03-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

High Blood Pressure: Symptoms, Causes and Treatment

उच्च रक्तचाप, जिसे Hypertention भी कहा जाता है एक चिकित्सीय स्थिति है, जो कि Arteries के माध्यम से रक्त के प्रवाह पर बढ़ते दबाव को दर्शाता है। यह एक गंभीर स्थिति है जो किडनी, मस्तिष्क  और हृदय को प्रभावित कर सकती है और अन्य बीमारियों को भी जन्म दे सकती है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, दुनिया भर में निम्न और मध्यम आयवाले देशों में 30 से 79 वर्ष की आयु के लगभग 1.28 billion लोगों को High Blood Pressure की समस्या है।



उच्च रक्तचाप के लक्षण

Symptoms of High Blood Pressure

  • सीने में दर्द होना
  • बार-बार पेशाब आना
  • सांस फूलना या सांस लेने में कठिनाई होना 
  • अत्यधिक थकान होना 
  • सिरदर्द
  • चक्कर आना 
  • उल्टी
  • बेचैनी होना (Nausea)
  • यादाश्त कम होना 


उच्च रक्तचाप के कारण

Cause Of High Blood Pressure

  • अत्यधिक शराब या नशीले पदार्थों का सेवन 
  • अत्यधिक तनाव लेना 
  • शारीरिक गतिविधि का अभाव 
  • अधिक वजन/मोटापा 
  • खाने में अधिक नमक का सेवन  
  • Heart Related कोई बीमारी होना  
  • धूम्रपान करना

उच्च रक्तचाप का इलाज

High Blood Pressure Treatment

जीवनशैली में बदलाव : नमक का सेवन कम मात्रा में करें, सन्तुलित भोजन लें, शारीरिक गतिविधि में सक्रियता बढ़ाए, वजन नियंत्रित करने के लिए रोजाना योग, आसन जैसी क्रियाओं को दैनिक जीवन में शामिल करें , धूम्रपान, शराब या अन्य नशीले पदार्थों  का सेवन न करें। 

दवाएं : उच्च रक्तचाप के उपचार में विभिन्न दवाएं प्रभावी हैं, आपकी व्यक्तिगत स्थितियों को ध्यान में रखते हुए डॉक्टर दवाइयां देगें।

तनाव कम करें : गहरी साँस लेना, ध्यान या योग तनाव के स्तर को कम करने और रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं। 

रक्तचाप की जाँच : उच्च रक्तचाप के कारण ह्रदय रोग और स्‍ट्रोक जैसी बीमारियाँ हो सकती हैं इसलिए नियमित आधार पर रक्तचाप की जाँच करवाए । 


उच्च रक्तचाप के दौरान क्या खाना चाहिए?

What to eat during High Blood Pressure?

हरी पत्तेदार सब्जियां (जैसे गोभी, पालक, मूली के पत्ते, शलजम के पत्ते, चुकंदर के पत्ते आदि) , ओटमील , चुकंदर, लहसुन, फैटी फिश (जैसे सैल्मन, मैकेरल, एनकोवी और हेरिंग मछली आदि), दही, साबुत अनाज, नट, काजू , बादाम, विटामिन-सी युक्त फल (जैसे आँवला, नींबू , संतरा, कीवी आदि ) ।


उच्च रक्तचाप के दौरान क्या  नहीं खाना चाहिए?
What should not be eaten in High Blood Pressure?



मीठी चीजें (जैसे कैंडी, कुकीज़, केक,पेस्ट्री), पिज़्ज़ा, बर्गर, नमकीन, अचार, नमकीन ड्राइ फ्रूट, अधिक वसा वाला सलाद( मक्खन, घी आदि )। 

Read More
Logistics
  • 24-Oct-2023
  • By Tej Hospital Solution

ब्रेन ट्यूमर क्या है ? लक्षण व उपचार

आसान शब्दों में कहें तो, कैंसर(Tumor) शरीर में होने वाली असामान्य स्थिति है, जिसमें कोशिकाएं असाधारण रूप से बढ़ने लगती है और बढ़ी हुई चर्बी की एक गांठ बन जाती है, जिसे ट्यूमर कह सकते हैंं। यह शरीर के किसी भी अंग में हो सकता है।
Brain tumor मस्तिष्क में कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि है। ये वृद्धि घातक या जानलेवा भी हो सकती है। यह मस्तिष्क में ही उत्पन्न होता है, जिसे प्राथमिक Brain Tumor कहा जाता है, या वे कैंसर कोशिकाओं के परिणामस्वरूप हो सकते हैं जो की शरीर के अन्य हिस्सों से मस्तिष्क में फैल जाते हैं, जिन्हें माध्यमिक या Metastatic Brain Tumor के रूप में जाना जाता है बच्चों में पाए जाते हैं।




  Brain tumor  के लक्षण

    सिरदर्द, विशेष रूप से सुबह उठते ही
    सिरदर्द का धीरे-धीरे बढ़ना
    दूर दृष्टी कमजोर होना
     Short  Term  Memory Loss
    थकान  व  दिन भर नींद आते रहना
    दैनिक गतिविधियों में बदलाव होना
    दौरे पड़ना
    Mood Swings होना
    व्यक्तित्व में परिवर्तन होना
    लगातार उल्टी होना






Brain tumor के उपचार  :
Tumor का स्थान, आकार और प्रकार, साथ ही रोगी की उम्र और सामान्य स्वास्थ्य, सभी ब्रेन ट्यूमर के उपचार विकल्पों को प्रभावित करते हैं। उपचार के विशिष्ट रूपों में शामिल हैं
Surgery: Brain Tumor का इलाज करते समय सर्जरी पहला तरीका होता है। सर्जरी का लक्ष्य Brain के स्वस्थ Tissue को बचाते हुए जितना संभव हो सके ट्यूमर को हटाना है।
Radiation therapy:   Radiation therapy कैंसर कोशिकाओं को High-Energy Radiation के संपर्क में लाकर उन्हें मार देती है।  Surgery  के बाद बची हुई कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने के लिए इसका अक्सर उपयोग किया जाता है।
Chemotherapy:  Chemotherapy में कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए दवाओं का उपयोग किया जाता है। यह अक्सर  Radiation therapy  के साथ मिलकर काम करता है।
Targeted Therapy: Targeted therapy में उपयोग की जाने वाली दवाएं विशेष रूप से कैंसर कोशिकाओं  में शामिल अवगुणो  को लक्षित करती हैं।  Brain Tumor  के कुछ रूपों के लिए, इसका अक्सर उपयोग किया जाता है।


ब्रेन ट्यूमर से बचने के घरेलू उपाय
Home remedies to avoid brain tumor
1. स्वस्थ आहार बनाए रखें :  संतुलित और पौष्टिक आहार खाने से मस्तिष्क के समग्र स्वास्थ्य में मदद मिल सकती है। अपने आहार में भरपूर मात्रा में फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, प्रोटीन और स्वस्थ वसा शामिल करें।


2. शारीरिक रूप से सक्रिय रहें : समग्र स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए नियमित व्यायाम आवश्यक है। यह मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह में भी सुधार कर सकता है और मस्तिष्क ट्यूमर से जुड़ी कुछ स्वास्थ्य स्थितियों के जोखिम को कम कर सकता है।


3. अपने सिर को सुरक्षित रखें : सिर पर चोट लगने से ब्रेन ट्यूमर का खतरा थोड़ा बढ़ जाता है। इस जोखिम को कम करने के लिए, उन गतिविधियों के दौरान सिर की उचित सुरक्षा पहनें जिनमें सिर पर चोट लगने का खतरा हो, जैसे बाइक चलाना, स्केटबोर्डिंग, या  खेल।


4. तनाव को प्रबंधित करें : अत्यधिक तनाव न लें। ध्यान, योग या गहरी साँस लेने के व्यायाम जैसी तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करें।


5. पर्याप्त नींद लें :  मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए गुणवत्तापूर्ण नींद आवश्यक है। प्रत्येक रात 8 घंटे की गुणवत्तापूर्ण नींद का लक्ष्य रखें।


6. नियमित जांच:  नियमित जांच और स्क्रीनिंग के लिए अपने स्वास्थ्य सेवा प्रदाता के पास जाएं, खासकर यदि आपके परिवार में ब्रेन ट्यूमर या अन्य जोखिम कारकों का इतिहास है।

Read More
  • ‹
  • 1
  • 2
  • ...
  • 29
  • 30
  • 31
  • 32
  • 33
  • 34
  • ›

Search

Recent Posts

Logistics
  • June 18, 2022
  • By Nina Brown

Helping Companies in Their Green Transition

Read More
Logistics
  • June 18, 2022
  • By Nina Brown

Helping Companies in Their Green Transition

Read More

Categories

  • Branding(28)
  • Corporat(05)
  • Design(24)
  • Gallery(15)

Tags

Physicians Surgeon Dentist Pediatricians Cardiologist Gynecologist ENT Specialist
Subscribe Our Newsletter

About us

Tej Hospital Solution was established in the year 2017 at Haldwani (Uttarakhand). The purpose of which was to provide best services to the hospital / organization as well as to provide employment to the local youth.

Quick Links

  • About
  • Blog
  • Courses
  • Contact Us

Quick Links

  • About
  • Blog
  • Courses
  • Services
  • Contact Us

Address

  • Shanti Vihar Bithoriya No 1 Near Santoshi Mandir Laldanth Road Haldwani, Uttarakhand 263139
  • tej.hospitalsolution@gmail.com
  • 8057597895
Copyright 2022 | Tej Hospital Solution. All Rights Reserved