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Logistics
  • 06-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

Home remedies for weight loss

किसी भी सामान्य बीमारियों या स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार घर में उपलब्ध दैनिक उपयोग में आने वाली चीजों का उपयोग करके किया जाता है  इस प्रकार घर बैठे ही सामान्य बीमारियों या स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करना घरेलू उपचार कहलाता है।ये उपचार विभिन्न सामग्रियों जैसे जड़ी-बूटियों, मसालों, फलों, शहद, बेकिंग सोडा, या सिरका जैसी घरेलू वस्तुओं का उपयोग करके किए जाते हैं। ये उपचार पीढ़ियों से चले आ रहे हैं और आम तौर पर गले में खराश, सिरदर्द या त्वचा की जलन जैसी हल्की बीमारियों को कम करने के साथ-साथ सफाई या समग्र स्वास्थ्य में सुधार जैसे दैनिक कार्यों के लिए भी उपयोग किए जाते हैं। हालाँकि घरेलू उपचार से राहत मिल सकती है, लेकिन गंभीर चिकित्सीय स्थितियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना आवश्यक है।


वजन घटाने के घरेलू उपाय 

Home remedies for weight loss

हालाँकि घरेलू उपचार तेजी से वजन घटाने के परिणाम नहीं देते हैं, वे समय के साथ धीरे - धीरे आपके वजन घटाने  में मदद करते हैं। ध्यान रखें कि वजन घटाने के लिए आमतौर पर जीवनशैली में बदलाव की आवश्यकता होती है, जिसके अंतर्गत आहार समायोजन, नियमित शारीरिक गतिविधि और उचित जलयोजन आदि शामिल हैं। यहां कुछ घरेलू उपचार और व्यायाम गतिविधियां बतायी गयी  हैं जो आपके वजन घटाने में सहायता करती हैं:

1. नींबू पानी :



सुबह गर्म पानी में नींबू निचोड़ कर पीने से आपके Metabolism को बढ़ावा देने और Digestion में सहायता मिलती है। नींबू Water Retention को कम करने में मदद करता है।






2. Apple Cider Vinegar :



Apple Cider Vinegar भूख को कम करके वजन घटाने में मदद करता है। भोजन से पहले एक से दो चम्मच Apple Cider Vinegar पानी में मिलाकर पियें।





3. Green Tea :



Green Tea में Catechins नामक एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो fat कम करने में मदद करते हैं। दिन भर में कुछ कप Green Tea पिए।








4. अदरक की चाय :



अदरक Metabolism को बढ़ावा देने और भूख कम करने में मदद करता है। आप ताजे अदरक के टुकड़ों को गर्म पानी में डुबाकर अदरक की चाय बनाकर पी सकते हैं।





5. शहद और दालचीनी :



शहद और दालचीनी का Mixture वजन घटाने में मदद करता है। इसके साथ दालचीनी, Blood Sugar के स्तर को Stable करने और Sugar Cravings को कम करने में मदद करती है।सुबह गर्म पानी में एक चम्मच शहद और आधा चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर पिएं।






7. फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ : 



उच्च फाइबर वाले खाद्य पदार्थ जैसे सब्जियां, फल और  साबुत अनाज खाने से आपको पूर्ण और संतुष्ट महसूस करने में मदद करते हैं, जिससे दिनभर में भूख कम लगती है। 




8. हाइड्रेटेड रहें :




पर्याप्त पानी पीने से भूख को नियंत्रित करने और अधिक खाने से रोकने में मदद मिलती है।






9. नियमित व्यायाम :


अपनी दिनचर्या में शारीरिक गतिविधि को शामिल करें। Cardiovascular Exercise, Strength Training और Flexible व्यायाम आपको कैलोरी Burn करने और Lean muscle के निर्माण में मदद करता है।




याद रखें कि व्यक्तिगत परिणाम अलग-अलग हो सकते हैं, और जो एक व्यक्ति के लिए काम करता है वह दूसरे के लिए काम नहीं कर सकता है। अपने आहार या व्यायाम की दिनचर्या में महत्वपूर्ण बदलाव करने से पहले किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श लें, खासकर यदि आपको अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याएं हैं। स्वस्थ खान-पान की आदतों, नियमित शारीरिक गतिविधि और जीवनशैली में बदलाव के से वजन घटाना सबसे अच्छा तरीका है।

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Logistics
  • 06-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

Body & Blood Infection

जब सूक्ष्मजीव शरीर में प्रवेश करते हैं तो व्यक्ति के शरीर में Infection होता है। इसके कारण कई बीमारियाँ हो सकती हैं ।Infection शरीर के विभिन्न हिस्सों को प्रभावित कर सकता है, जिसमें Skin, Respiratory System, Gastrointestinal Tract, Urinary आदि शामिल हैं। Infection विभिन्न प्रकार के सूक्ष्मजीवों के कारण हो सकता है, जिनमें शामिल हैं:

Bacteria: ये एकल-कोशिका वाले जीव हैं जो विभिन्न प्रकार के Infection का  कारण बन सकते हैं, जैसे Strep Throat, Urinary Tract Infections और pneumonia..


Viruses: Viruses Bacteria से बहुत छोटे होते हैं और यह सर्दी, Influenza और COVID-19.जैसे Infection का कारण बनते हैं।


Fungus: Fungal Infection त्वचा, नाखून और आंतरिक अंगों को प्रभावित कर सकता है।

Parasites:  Parasites Infection कीड़े (Helminths) या एकल-कोशिका वाले परजीवी (protozoa) जैसे जीवों के कारण हो सकता है।


Transmission: Infection विभिन्न माध्यमों से एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है, जैसे सीधे संपर्क (जैसे, हाथ मिलाना), हवाई संचरण, दूषित भोजन या पानी का सेवन करने से Infection  हो सकता है। 


 

शरीर में Infection  कैसे होता है

शरीर में संक्रमण तब होता है जब बैक्टीरिया, वायरस,  या परजीवी जैसे सूक्ष्मजीव शरीर के भीतर प्रवेश करते हैं  संक्रमण की प्रक्रिया में कई चरण शामिल हैं:


प्रवेश: सूक्ष्मजीव  विभिन्न मार्गों से शरीर में प्रवेश करते हैं, जिनमें श्वसन प्रणाली (उदाहरण के लिए, वायुजनित रोगजनकों को अंदर लेना), पाचन तंत्र (उदाहरण के लिए, दूषित भोजन या पानी का सेवन), त्वचा (उदाहरण के लिए, कट या खरोंच के माध्यम से), या श्लेष्मा झिल्ली शामिल हैं।  (उदाहरण के लिए, आंखों, नाक या जननांग के माध्यम से)। प्रवेश मार्ग अक्सर रोगज़नक़ के प्रकार पर निर्भर करता है 



शरीर में Infection  के लक्षण


  • Skin में  Problems होना 
  • Stress Problem
  • चक्करआना 
  •  ज्यादा बुखार आना 
  • उल्टी होना

शरीर में Infection से बचने के उपाय 


  • हल्के भोजन का सेवन करें, जैसे दलिया, खिचड़ी, चावलअनार, और गर्म पानी के साथ लौंग का सेवन करें
  • Probiotics को आहार में शामिल करें
  • Antioxidants से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें, जैसे- बीन्स, चुकंदर, हल्दी,  Green Tea, Blueberries, Strawberries. 
  • मछली जैसे seafood को कच्चा न खाएं 
  


Blood Infection क्या है


Blood Infection एक प्रकार की बीमारी है जिसमें विभिन्न प्रकार के Germs, Bacteria, या अन्य कीड़ों के  Infection कारण Blood  में  Infection फैल जाता  है। यह  Germs, या Bacteria,  आमतौर पर शरीर के लक्षणों को बढ़ा देते हैं और शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं।रक्त संक्रमण कई प्रकार के हो सकते हैं

Bacterial Infection:  इसमें Bacteria  कारण होते हैं, जैसे कि Streptococcus, Staphylococcus  Tuberculosis के कीटाणु,आदि।

Viral Infection: इसमें viruses  के  कारण होते हैं, जैसे  HIV, Respiration and Digestionसंबंधी बीमारियों का कारण बनता है,ये Viruses शरीर के अन्य भागो में भी Infection  कर सकते है  

Parasitic Infection: इसमें Parasitic (Biological Components) कारण होते हैं, जैसे कि malaria.Plasmodium parasitesआदि ।


 Blood Infection कैसे होता है 

Blood Infection, जिसे Sepsis या  Septicemia भी कहा जाता है, जब हानिकारक  Bacteria, Viruses, Fungi, या अन्य सूक्ष्मजीव रक्तप्रवाह में प्रवेश करते है  इसमें   सूजन हो सकती है और पूरे शरीर में Organs या  Tissues को नुकसान हो सकता है। ये Sepsis जीवों  के लिए खतरा हो सकता है

Organ Dysfunction:  सूजन और रक्त प्रवाह में परिवर्तन के कारण  महत्वपूर्ण अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति कम हो सकती है, जिससे उनमें खराबी आ सकती है। इसके परिणामस्वरूप Heart, liver, या kidney जैसे अंग ख़राब हो सकते है

Wounds: कटने, चोट लगने, या ऑपरेशन के बाद कीटाणुओं का आपके शरीर में प्रवेश करने का संभावना बढ़ सकता है।


Spread of Bcteria: अन्य Infection  से, जैसे कि Pneumonia, जन्म से होने वाले Infection Bacteria  के संपर्क में आने से, Blood Infection हो  सकता है।

Blood transfusion:  ऑपरेशन, रक्त दान, Pregnancy के  दौरान शरीर में अधिक मात्रा में खून जमा होने पर भी Infection  हो सकता है।

 Blood Infection  के लक्षण 

  • बुखार आना 
  • शरीर में Allergy होना 
  • पेट से जुड़ी समस्याएं होना  
  • ठंड लगना और पसीना आना 
  • पेशाब ज्यादा लगना 
  • सांस लेने में तकलीफ होना और गले में खराश जैसा महसूस होना 
  •  Blood Pressure एक दम से कम होना 
  • Fast Heart Rate



  Blood Infection  से बचने के उपाय

 

  • संतुलित आहार का सेवन करें। 
  • विटामिन सी से भरपूर खट्टे फल जैसे - आंवला, नींबू, संतरा, स्ट्रॉबेरी, ब्रोकली आदि खाएं
  • विटामिन डी से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे दूध, मछली, अंडे, सुबह की धुप  लें 
  • हरी पत्तेदार सब्ज़ियां खाए
  • हल्‍दी का दूध पिए 
  • अनार का जूस पिए 

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  • 05-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

गठिया क्या है - कारण, लक्षण व उपचार

गठिया या अर्थराइटिस जोड़ों से संबंधित एक समस्या है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारी हड्डियां कमज़ोर होने लगती हैं। इसके चलते जोड़ों में दर्द और सूजन की समस्या बढ़ने लगती है। जोड़ों में होने वाली इन समस्याओं को अर्थराइटिस (Arthritis) कहा जाता है। इस बीमारी के लक्षण धीरे-धीरे सामने आने लगते हैं। 


जोड़ों में उपस्थित ऊतक जोड़ों की सही functioning में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। जब जोड़ों में किसी प्रकार का कोई Damage होता है तो ऐसे में जोड़ों में जलन होती है तथा ऊतकों को नुक़सान होता है। फलस्वरूप अर्थराइटिस की समस्या जन्म लेती है।हमारे शरीर की हड्डियों में उपस्थित जोड़(Joints) काफ़ी महत्वपूर्ण होते हैं। 

आमतौर पर बुजर्गों में यह अधिक देखने को मिलता है, लेकिन आज के दौर में बदलती जीवनशैली की वजह से यह रोग युवाओं में भी देखा जा रहा है। पुरूषों की तुलना में महिलाओं के अंदर यह शिकायत ज़्यादा देखने को मिलती है, खासतौर से वे जिनका वज़न ज़्यादा हो। इसकी शुरूआत शरीर के किसी भी जोड़ से हो सकती है और समय के साथ-साथ यह शरीर के बाकी जोड़ों को भी प्रभावित कर सकता है।



गठिया रोग के कारण

Causes Of Arthritis

गठिया रोग का कोई एक मुख्य कारण नहीं है। बल्कि कई गतिविधियों से इसके उत्पन्न होने की संभावनाएं बढ़ जाती हैं। जैसे कि-

1. हमारे शरीर में जोड़ों में एक नर्म और लचीला Tissue उपस्थित रहता है जिसे Cartilage कहा जाता है। जब हम चलते हैं तो जोड़ों पर दबाव पड़ता है। ऐसे में Cartilage, Pressure और Shock को Absorb कर हमारे जोड़ों की सुरक्षा करता है। जब व्यक्ति को गठिया रोग जैसी बीमारी होती है, तो ऐसे समय में Cartilage की मात्रा में कमी हो जाती है जिस वजह से एक हड्डी दूसरी हड्डी से रगड़ने लगती है और कुछ परेशानियां उत्पन्न हो जाती हैं।

2. यदि आपके परिवार में  किसी व्यक्ति में गठिया रोग है, तो मुमकिन है कि यह बीमारी परिवार के अन्य व्यक्तियों में भी पाई जाए।

3. मोटापा भी गठिया रोग होने की संभावनाओं को बढ़ा सकता है। ऐसा इसलिए कि मोटापे की वजह से शरीर के जोड़ ज़्यादा वज़न नही सह पाते और जोड़ों में दर्द या सूजन की समस्याएं उत्पन्न होने लगती है।


गठिया रोग के लक्षण 

Symptoms Of Arthritis

  • जोड़ों में अत्यधिक दर्द
  • जोड़ों में अकड़न
  • सूजन ( विशेषकर घुटने, कंधे, कूल्हे (Hips) और हाथ में दर्द )
  • शरीर पर Red Rashes पड़ जाना 
  • जोड़ों के आस पास की त्वचा पर गाँठें बन जाना
  • Normal Movement पर भी शरीर में असहनीय दर्द होना 
  • मांसपेशियों में दर्द रहना 

गठिया का इलाज

Treatment Of Arthritis

1. Medicines :

शुरूआती दौर में डाॅक्टर आपको विभिन्न तरह की दवाईयां लेने की सलाह दे सकते हैं। यह दवाईयां गठिया के प्रकार पर निर्भर करती हैं।

 a) Nonsteroidal Anti-Inflammatory Drugs (NSAIDs) : ये दवाएं जैसे Ibuprofen या Naproxen दर्द और सूजन को कम करने में मदद करती हैं।

b) Biologic Agents : ये दवाएं, जैसे कि TNF Inhibitors (जैसे Etanercept, Adalimumab) और Interleukin-6 Inhibitors (जैसे Tocilizumab) का उपयोग कुछ प्रकार के सूजन वाले गठिया के लिए किया जाता है।



2. सर्जरी

अगर व्यक्ति पर अन्य उपचार अप्रभावी होते हैं, तो डाॅक्टर सर्जरी की सलाह देते हैं। गठिया रोग के लक्षण कभी बदतर भी हो जाते हैं और दर्द असहनीय हो जाता है। ऐसे में डॉक्टर द्वारा Replacement Surgery की सलाह दी जाती है। इस सर्जरी में जो जोड़ खराब हो जाता है, उसे हटाकर उसकी जगह एक Artificial जोड़ लगा दिया जाता है। इस प्रकार के इलाज में व्यक्ति को दर्द से आराम मिलता है साथ ही साथ चलने फिरने और उठने बैठने में भी आसानी हो जाती है। आमतौर पर यह सर्जरी घुटनों, कुल्हे (Hips) एवं कंधे के जोड़ों के लिए काम में आती है।

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  • 05-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

मलेरिया के लक्षण एवं उपचार

मलेरिया प्लास्मोडियम नामक प्रोटोजोआ परजीवी के कारण होता है , और यह एनोफिलिस (मादा) मच्छर द्वारा फैलता है जो गंभीर जीवन-घातक बीमारी का कारण बनता है। यह दुनिया भर में एक प्रमुख स्वास्थ्य चिंता का विषय है कमजोर प्रतिरक्षा वाले व्यक्तियों, बच्चों और गर्भवती महिलाओं में बहुत अधिक तेजी से फैलता है। 



मलेरिया के लक्षण

Symptoms of Malaria

मलेरिया बुखार के लक्षण आमतौर पर संक्रमित मच्छर (Malaria Vector) द्वारा संक्रमण के एक-दो सप्ताह (10-14 दिन) के भीतर दिखाई देते हैं। मलेरिया के शुरुआती लक्षणों में सर्दी, सिरदर्द और ठंड के साथ उच्च तापमान शामिल है। कुछ लोग, विशेषकर वे जो पहले मलेरिया से संक्रमित हो चुके हैं, दोबारा उनमे केवल मामूली लक्षण दिखाई देते हैं।



मलेरिया बुखार के लक्षण निम्नलिखित हैं:
  • बहुत थकान महसूस होना। 
  • सांस लेने में कठिनाई होना। 
  • उल्टी होना। 
  • खाँसी होना। 
  • पेट में दर्द होना। 
  • जोड़ों का दर्द होना। 
  • Bloody Urine (गहरे रंग का)
  • आँखों और त्वचा का रंग पीला पड़ना (पीलिया)

गर्भावस्था के दौरान मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण ये हैं:
  • शरीर के तापमान में वृद्धि
  • सिरदर्द
  • Nausea
  • उल्टी करना
  • मांसपेशियों में दर्द

मलेरिया से रोकथाम के उपाय

Malaria Prevention Measures

मलेरिया रोग से रोकथाम और नियंत्रण के लिए मलेरिया-रोधी दवाओं का सेवन करें और मच्छरों से संक्रमित होने से बचने के लिए सावधानी बरतना आवश्यक है। मलेरिया रोग से बचाव के लिए यहां कुछ सामान्य उपाय दिए गए हैं:
  • Environmental Protection Agency द्वारा पंजीकृत Insect Repellents का उपयोग करें। 
  • लंबी आस्तीन और पैंट पहनें ।  
  • कपड़ों पर Permethrin लगाएं। 
  • रात में मच्छरों को कमरे में आने से रोकें। 
  • सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें। 
  • पानी का खुले बर्तनों को ढक्कन से बंद कर दें।  
  • रुके हुए पानी को साफ करें। 


मलेरिया का इलाज

Treatment of Malaria


मलेरिया के उपचार में आमतौर पर बीमारी पैदा करने वाले प्लास्मोडियम परजीवियों को खत्म करने के लिए मलेरिया-रोधी दवाओं का उपयोग किया जाता  है। किसी भी रोगी के लिए दवा का चुनाव प्लास्मोडियम प्रजाति के प्रकार, संक्रमण की गंभीरता, रोगी की उम्र और Medical History जैसे कारकों पर निर्भर करता है। आम तौर पर इस्तेमाल की जाने वाली दवाओं में Artemisinin-Based Combination Therapy (ACT), Chloroquine, Mefloquine और Doxycycline शामिल हैं। ACTs को अक्सर उनकी High Efficacy और दवा प्रतिरोध के कम जोखिम के लिए अधिक Use किया जाता है। उपचार की अवधि और खुराक अलग-अलग होती है लेकिन आम तौर पर कई दिनों तक चलती है। गंभीर मामलों में Intravenous Medication और देखभाल के लिए अस्पताल में भर्ती होना आवश्यक हो सकता है। मच्छरदानी और कीट निरोधक जैसे निवारक उपाय भी मलेरिया नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

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Logistics
  • 05-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले घरेलू उपाय

Immune system का मजबूत होना शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। प्रतिरक्षा प्रणाली ( immune system) हमें विभिन्न संक्रमणों और बीमारियों से बचाती है। हमारे शरीर में प्रतिरक्षा प्रणाली हमें विभिन्न बीमारियों और कीटाणुओं जैसे Bacteria, Fungi, Viruses आदि से बचाने के लिए एक Soldier की तरह काम करती है। एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली हमें संक्रमणों से दूर रखती है और हमारे शरीर को मजबूत रखती है। बार-बार सर्दी लगना, Indigestion, कमजोरी और चक्कर आना Weak Immunity System के सामान्य लक्षण हैं। Weak Immunity System वाला शरीर आसानी से विभिन्न बीमारियों से संक्रमित हो जाता है। कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली हमें Pneumonia, Autoimmune Disorders और Diabetes सहित कई प्रमुख बीमारियों की ओर ले जाती है। अनियमित नींद , खराब आहार और तनावपूर्ण जीवन कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के सामान्य कारण हैं। कुछ आसान बचाव, Tips और घरेलू उपायों से Immune system को मजबूत किया जा सकता है।



कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के लक्षण क्या हैं?

What are the symptoms of a weak immune system?

Weak Immune System से प्रभावित व्यक्तियों में नीचे बताए गए लक्षण देखने को मिलते हैं -

  • बार-बार सर्दी
  • पेट और कई अन्य Body Infections
  • Indigestion
  • घाव भरने में देरी
  • Skin Related Infections
  • थकान और चक्कर आना
  • Organ Problems
  • Low Growth 
  • Blood Related Issues


प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने से आपको स्वस्थ रहने और बीमारियों से बचने में मदद मिलती है।एक स्वस्थ जीवन शैली अपनाने से निश्चित रूप से आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत हो सकती है। यहां कुछ Immunity बढ़ाने वाले घरेलू उपचार  दिए गए हैं जिन्हें आप अपने दैनिक जीवन में अपना सकते हैं। 

1. संतुलित आहार खाएं :

 विभिन्न प्रकार के फल, सब्जियां, साबुत अनाज, प्रोटीन और वसा का सेवन करें।
विटामिन और खनिजों से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करें, जैसे कि विटामिन सी (खट्टे फल, जामुन, बेल      मिर्च),  विटामिन डी (वसायुक्त मछली, फोर्टिफाइड डेयरी उत्पाद), और जिंक (नट्स, बीज, बीन्स)।
लहसुन और अदरक में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले गुण होते हैं और इन्हें  भोजन में शामिल करें। 


2. हाइड्रेटेड रहें :





भरपूर पानी पीने से शारीरिक तरल पदार्थों का संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है, जिसमें वे तरल पदार्थ भी शामिल हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली का मजबूत करते हैं।





3. नियमित व्यायाम :


    

Circulation को बढ़ावा देने और समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए नियमित 15-20 मिनट व्यायाम करें। 





4. Probiotics : 



Probiotics युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दही, kefir और Sauerkraut का सेवन करें।  ये Immunity को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।








5. हर्बल चाय :



माना जाता है कि Echinacea, Elderberry और Astragalus जैसी जड़ी-बूटियों से बनी चाय में प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुण होते हैं। हर्बल उपचारों का उपयोग करने से पहले किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लें, खासकर यदि आपको अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्याएं हैं या आप दवाएं ले रहे हैं।




6. शहद और नींबू :



 गर्म पानी में शहद और नींबू का मिश्रण अक्सर गले की खराश को शांत करने और Immunity प्रदान करने के लिए उपयोग किया जाता है।





7. Bone Broth:




 घर का बना Bone Broth पोषक तत्वों से भरपूर होता है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूती देने में मदद करता है।




8. मशरूम:




 कुछ मशरूम में प्रतिरक्षा-बढ़ाने वाले गुण होते हैं और इन्हें आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।


9. पर्याप्त नींद लें :

    अपने शरीर को आराम देने के लिए के लिए प्रतिदिन 8 घंटे की नींद लें।



10. स्वच्छ रहें :



अच्छी स्वच्छता अपनाएं, जैसे छींकते या खांसते समय अपना मुंह और नाक ढकें, और बीमार व्यक्तियों के निकट संपर्क से बचें।


याद रखें कि इन उपचारों की प्रभावशीलता प्रत्येक व्यक्ति के लिए भिन्न हो सकती है, व्यक्तिगत Guidance के लिए किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श लें।

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  • 05-Nov-2023
  • By Tej Hospital Solution

वजन बढ़ाने के घरेलू तरीके

जिस तरह मोटापा और बढ़ा हुआ वजन बड़ी समस्या है उसी तरह कई लोगों को कम वजन की समस्या का सामना करना पड़ता है। समग्र स्वास्थ्य का समर्थन करने के लिए पौष्टिक आहार लेने के साथ-साथ  शरीर में कैलोरी बढ़ाने पर भी ध्यान देना महत्वपूर्ण है। वजन बढ़ाने के कुछ घरेलू तरीके यहां दिए गए हैं: 



1. अधिक कैलोरी वाले खाद्य पदार्थ खाएं : 

वजन बढ़ाने के लिए आपको एक दिन में जितनी कैलोरी आपका शरीर Burn करता है, उससे अधिक कैलोरी Consume करने की आवश्यकता होती है। आपको रोजना जीतनी  कैलोरी की आवश्यकता है उसकी  गणना करें और धीरे-धीरे वजन बढ़ाने के लिए  लगभग 250-500 कैलोरी अधिक खाने का लक्ष्य रखें।


2. पोषक तत्वों से भरपूर खाद्य पदार्थ अपने दैनिक भोजन में शामिल करें :


Junk Food से मिलने वाली कैलोरी के बजाय पोषक तत्वों से भरपूर भोजन लें। अपने आहार में भरपूर मात्रा में फल, सब्जियाँ,  प्रोटीन, साबुत अनाज और वसा शामिल करें।



3. प्रोटीन :



मांसपेशियों की वृद्धि के लिए प्रोटीन आवश्यक है। 
अपने भोजन में  मीट, poultry, मछली, अंडे, डेयरी उत्पाद और फल आधारित प्रोटीन को शामिल करें।




4. स्वस्थ वसा :



अपने आहार में Avocado, Nuts, बीज, जैतून का तेल और वसायुक्त मछली (Salmon, Mackerel, Trout) जैसे स्वस्थ वसा को शामिल करें। ये खाद्य पदार्थ कैलोरी से भरपूर होते हैं और आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करते हैं।



5.बार-बार भोजन:

 दिन भर में अधिक बार, थोड़ा-थोड़ा भोजन और Snacks खाएं। यह आपको अत्यधिक पेट भरा हुआ महसूस किए बिना अधिक कैलोरी Consume करने में मदद कर सकता है।


6. Nutrient Rich Smoothies :



फल, सब्जी, दही और प्रोटीन पाउडर को मिलाकर Smoothie बनाएं। कैलोरी की मात्रा बढ़ाने के लिए आप अखरोट का मक्खन या Avocado जैसे वसा को मिला सकते हैं।


7. Snacks  :


 Mixed Nuts, trail mix, पनीर, दही और dry fruits जैसे कैलोरी से भरपूर Snacks लें।



8. Avoid empty calories :

 Sugary Drinks और Candy जैसे खाद्य पदार्थों का सेवन कम मात्रा में करें। हालांकि वे आपको वजन बढ़ाने में मदद कर सकते हैं, लेकिन वे आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं हैं।



9. Complex Carbohydrates :


साबुत अनाज (Brown rice, Quinoa, oats), whole wheat bread और शकरकंद जैसे Complex Carbohydrates लें। ये निरंतर शरीर को Energy प्रदान करते हैं और शरीर म कैलोरी बढ़ाने में  आपकी सहायता करते हैं।



10. हाइड्रेटेड रहें : 



पर्याप्त पानी पिएं, लेकिन भोजन से ठीक पहले तरल पदार्थ न पिएं क्योंकि इससे आपकी भूख कम हो सकती है।



11. Calorie-Boosters शामिल करें : 





अपने भोजन में कैलोरी-बढ़ाने वाले खाद्य-पदार्थ  जैसे पनीर, sauces,अंडे, लाल मांस, मक्खन और सूखी ब्रेड आदि शामिल करें।




12. किसी स्वास्थ्य सम्बन्धी पेशेवर से परामर्श लें: 

यदि आप वजन बढ़ाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं या अंतर्निहित स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ हैं, तो व्यक्तिगत मार्गदर्शन के लिए किसी आहार विशेषज्ञ या स्वास्थ्य सेवा प्रदाता से परामर्श लें।


याद रखें कि स्वस्थ वजन धीरे-धीरे बढ़ता है, औ1र केवल कैलोरी बढ़ाने के साथ - साथ  समग्र स्वास्थ्य पर ध्यान देना भी आवश्यक है। अपने आहार में महत्वपूर्ण बदलाव करने से पहले किसी स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर या आहार विशेषज्ञ से परामर्श लें, खासकर यदि आपके पास कोई अंतर्निहित स्वास्थ्य स्थितियां हैं।

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