
पेट दर्द के लिए घरेलू उपचार
पेट दर्द के लिए घरेलू उपचार
Home Remedies for Stomach ache

सर्दी और फ्लू के घरेलू उपचार
सर्दी और फ्लू के घरेलू उपचार
Home remedies for Cold and Flu

डेंगू बुखार के लक्षण एवं उपचार
डेंगू के कारण
डेंगू के लक्षण
Dengue Symptoms
हल्के डेंगू के लक्षण
Mild Dengue Symptoms
- अचानक तेज बुखार आना, जो अक्सर 104°F (40°C) तक पहुंच जाता है।
- तीव्र सिरदर्द।
- आंखों के पीछे दर्द।
- जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द।
- अत्यधिक थकान और कमजोरी महसूस होना।
- त्वचा पर लाल चकत्ते(दाने) दिखाई देना।
- हल्का रक्तस्राव जैसे नाक या मसूड़ों से खून आना।
गंभीर डेंगू लक्षण (डेंगू रक्तस्रावी बुखार और डेंगू शॉक सिंड्रोम)
Severe Dengue Symptoms (Dengue Hemorrhagic Fever and Dengue Shock Syndrome)
- तीव्र पेट दर्द।
- बार-बार और लगातार उल्टी, जिसमें खून भी शामिल हो सकता है।
- गंभीर रक्तस्राव जैसे नाक से खून आना, मसूड़ों से खून आना
- पेट या फेफड़ों में तरल पदार्थ का जमा होना, जिससे श्वसन संबंधी परेशानी होती है।
- प्लेटलेट काउंट में गिरावट, जिससे रक्तस्राव हो सकता है और यह गंभीर डेंगू का एक प्रमुख लक्षण है।
- डेंगू शॉक सिंड्रोम, बीमारी का सबसे गंभीर रूप है, अगर तुरंत इलाज न किया जाए तो सदमा और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।
डेंगू का उपचार
Dengue Treatment
- हाइड्रेट रहें : डेंगू बुखार में तेज बुखार, उल्टी और दस्त के कारण गंभीर निर्जलीकरण हो सकता है। रोगियों में द्रव संतुलन बनाए रखना महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे शरीर के अधिकांश तरल पदार्थों का उल्टी और तेज बुखार के दौरान ह्रास हो जाता है।
- दर्द और बुखार से राहत: आमतौर पर दर्द और बुखार को कम करने के लिए एसिटामिनोफेन (पैरासिटामोल) जैसी दर्द निवारक दवाओं का प्रयोग किया जाता है। इबुप्रोफेन जैसी गैर-स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं (एनएसएआईडी) का उपयोग करने से बचें, क्योंकि वे रक्तस्राव की जटिलताओं को खराब कर सकते हैं, जो गंभीर डेंगू मामलों में हो सकती हैं।
- स्वच्छता : स्वच्छता का अत्यधिक महत्व है, मरीज यदि नियमित स्नान नहीं कर सकता तो स्पंज से स्नान का विकल्प चुन सकता है। नहाने के लिए उपयोग किए जा रहे पानी में डेटॉल जैसे कीटाणुनाशक तरल की कुछ बूंदें मिलाएं। यह भी सलाह दी जाती है कि अस्पताल में मरीज को देखने से पहले और बाद में डेटॉल जैसे किसी हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथ साफ करें। कपड़ों के रोगाणुओं से छुटकारा पाने के लिए रोगी के कपड़े धोने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले पानी को डेटॉल से कीटाणुरहित करें।
- आराम : मरीजों को उनके शरीर को संक्रमण से उबरने में मदद करने के लिए भरपूर आराम करना चाहिए।
डेंगू से बचाव
Dengue prevention
- ठहरे हुए पानी को कीटाणुरहित करें: एडीज मच्छर साफ और स्थिर पानी में पनपता है। पानी के बर्तन या टंकी को हर समय ढककर रखें और यदि आवश्यक हो तो एक उचित कीटाणुनाशक का उपयोग करें। मच्छरों के लिए एक प्रजनन आधार विकसित करने की संभावनाओं को कम करने के लिए ऐसे किसी भी बर्तन या सामान को उल्टा करके रखें, जिसमें पानी इकट्ठा हो सकता है और सतहों को अच्छी तरह से साफ करें।
- मच्छरदानी और स्क्रीन का उपयोग करें: मच्छरों को अपने घर में प्रवेश करने से रोकने के लिए खिड़कियों और दरवाजों पर मच्छरदानी लगाएं।
- सुरक्षात्मक कपड़े पहनें:जब बाहर हों, तो त्वचा का खुलापन कम करने के लिए लंबी बाजू वाली शर्ट, लंबी पैंट, मोज़े और जूते पहनें। हल्के रंग के कपड़ों का प्रयोग करें, क्योंकि मच्छर गहरे रंगों की ओर आकर्षित होते हैं।
- व्यक्तिगत स्वच्छता: जब आप किसी वायरस से संक्रमित होते हैं, तो आप अन्य बीमारियों के प्रति अतिरिक्त संवेदनशील हो जाते हैं। डेटॉल लिक्विड हैंडवॉश का प्रयोग करें, जो कीटाणुओं को दूर रखने का काम करता है। यह तरल साबुन आपको कई बीमारी पैदा करने वाले कीटाणुओं से बचाएगा।

मंकीपॉक्स के लक्षण और उपचार के उपाय
मंकीपॉक्स के लक्षण
Symptoms of Monkeypox
- तेज बुखार आना।
- त्वचा पर दाने विकसित हो जाना, जो अक्सर चेहरे पर शुरू होते हैं और फिर शरीर के अन्य हिस्सों तक फैल जाते हैं।
- मंकीपॉक्स से पीड़ित लोगों को अक्सर थकान और कमजोरी का अनुभव होता है।
- सिरदर्द होना।
- फ्लू के समान ही मांसपेशियों में दर्द होना।
- ठंड लगना और पसीना आना।
- गले में खराश और बार-बार खांसी होना।
- लिम्फ नोड्स में सूजन आना।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
How does Monkeypox spread?
मंकीपॉक्स से बचाव
Monkeypox prevention
- इसके लिए सबसे पहले सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन्स का पालन करें। अगर मंकीपॉक्स से पीड़ित हैं, तो चेचक का टीका यानी वैक्सीन जरूर लगवाएं।
- संक्रमण से बचाव के लिए संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं। मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर घबराएं नहीं, बल्कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने के बाद हाथों को साबुन और साफ पानी से धोएं। इसके अलावा, सैनिटाइजर का इस्तेमाल जरूर करें। अपने साथ सैनिटाइजर जरूर रखें।
- घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहनें।
मंकीपॉक्स का उपचार कैसे करें ?
How to treat Monkeypox?
- दर्द और बुखार प्रबंधन के लिए एसिटामिनोफेन (पैरासिटामोल) जैसी दर्द निवारक दवाएं बुखार को कम करने में मदद करती हैं। इबुप्रोफेन जैसी गैर-स्टेरॉयड एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाओं (एनएसएआईडी) का उपयोग करने से बचें, क्योंकि वे कभी-कभी मंकीपॉक्स से जुड़ी त्वचा की स्थिति को खराब कर सकते हैं।
- हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है, खासकर अगर त्वचा पर घाव हों जिससे तरल पदार्थ की हानि हो सकती है। रोगी को खूब सारे तरल पदार्थ पीने के लिए प्रोत्साहित करें।
- जीवाणु संक्रमण को रोकने के लिए त्वचा के घावों को साफ और सूखा रखें। जीवाणुरोधी क्रीम या मलहम का उपयोग करें।
- मंकीपॉक्स के खिलाफ कुछ क्रॉस-सुरक्षा प्रदान करने के लिए चेचक टीकाकरण (वैक्सिनिया वैक्सीन) का उपयोग करें।

त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए घरेलू उपाय
किसी भी सामान्य बीमारियों या स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार घर में उपलब्ध दैनिक उपयोग में आने वाली चीजों का उपयोग करके किया जाता है इस प्रकार घर बैठे ही सामान्य बीमारियों या स्वास्थ्य समस्याओं का उपचार करना घरेलू उपचार कहलाता है।ये उपचार विभिन्न सामग्रियों जैसे जड़ी-बूटियों, मसालों, फलों, शहद, बेकिंग सोडा, या सिरका जैसी घरेलू वस्तुओं का उपयोग करके किए जाते हैं। ये उपचार पीढ़ियों से चले आ रहे हैं और आम तौर पर गले में खराश, सिरदर्द या त्वचा की जलन जैसी हल्की बीमारियों को कम करने के साथ-साथ सफाई या समग्र स्वास्थ्य में सुधार जैसे दैनिक कार्यों के लिए भी उपयोग किए जाते हैं। हालाँकि घरेलू उपचार से राहत मिल सकती है, लेकिन गंभीर चिकित्सीय स्थितियों के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना आवश्यक है।
त्वचा संबंधी समस्याओं के लिए घरेलू उपाय
Home remedies for skin problems
त्वचा की विभिन्न समस्याओं के इलाज के लिए घरेलू उपचार प्रभावी हो सकते हैं, लेकिन यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि त्वचा की सभी समस्याओं का समाधान घर पर नहीं किया जा सकता है। यदि आपको कोई गंभीर त्वचा संबंधी समस्या है, तो त्वचा विशेषज्ञ से परामर्श करना उचित है। सामान्य त्वचा समस्याओं के लिए कुछ घरेलू उपचार नीचे दिए गए हैं:
1. मुँहासे दूर करने के लिए :
ट्री ऑयल: टी ट्री ऑयल को कैरियर ऑयल (Daily use oil) के साथ पतला करें ( अच्छी तरह मिला लें ) और इसे मुँहासे-प्रवण क्षेत्रों (Acne-prone areas)पर लगाएं।
शहद और दालचीनी मास्क: शहद और दालचीनी को मिलाकर पेस्ट बनाए और इसे मास्क की तरह Face पर लगाएं।
2. सूखी त्वचा के लिए :
नारियल तेल: मॉइस्चराइजर के रूप में अपनी त्वचा पर नारियल तेल लगाएं।
जैतून का तेल और शहद: जैतून का तेल और शहद मिलाएं और इसे प्राकृतिक मॉइस्चराइजर के रूप में उपयोग करें।
3.नमी और Redness को कम करने के लिए :
एलोवेरा: त्वचा को आराम और नमी देने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर शुद्ध एलोवेरा जेल लगाएं।
कूल कंप्रेस: दर्द से राहत और लालिमा(Redness)को कम करने के लिए ठंडे या नम कपड़े का उपयोग करें या ठंडे पानी से स्नान करें।
4. एक्जिमा दूर करने के लिए :
ओटमील स्नान: खुजली वाली त्वचा को शांत करने के लिए कोलाइडल ओटमील के साथ गर्म पानी से स्नान करें।
नारियल तेल : त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए नारियल तेल लगाएं।
5. डार्क स्पॉट या हाइपरपिग्मेंटेशन:
नींबू का रस: काले धब्बों पर ताजा नींबू का रस लगाएं (अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो इसका प्रयोग ना करें )।
विटामिन सी सीरम: काले धब्बों को धीरे-धीरे मिटाने के लिए विटामिन सी सीरम का उपयोग करें।
6. झुर्रियाँ को दूर करने के लिए :
जैतून का तेल: मॉइस्चराइज़ करने और महीन रेखाओं को कम करने के लिए अपने चेहरे पर जैतून के तेल की कुछ बूंदों से मालिश करें।
अंडे की सफेदी का मास्क: त्वचा को कोमल और झुर्रियों को दूर करने के लिए अंडे की सफेदी का मास्क लगाएं।
7. सूजी हुई आंखें:
खीरे के टुकड़े : ठंडे खीरे के टुकड़ों को अपनी बंद आंखों पर 10-15 मिनट के लिए रखें।
टी बैग्स: इस्तेमाल किए हुए टी बैग्स (ठंडे) को कुछ मिनट के लिए अपनी आंखों पर लगाएं।
8. सूखे होंठ को नम करने के लिए :
शहद: फटे होठों को नमी देने और ठीक करने के लिए अपने होठों पर शहद लगाएं।
नारियल तेल: नारियल तेल को लिप बाम के रूप में उपयोग करें।
9. शेविंग के बाद जलन को शांत करने के लिए त्वचा पर एलोवेरा जेल लगाएं।
इसके अतिरिक्त, हाइड्रेटेड रहना, संतुलित आहार खाना और अपनी त्वचा को धूप से बचाना जैसी अच्छी त्वचा देखभाल क्रियाओं को बनाए रखना, विभिन्न त्वचा समस्याओं को रोकने और प्रबंधित करने में काफी मदद करता है।
1. मुँहासे दूर करने के लिए :
ट्री ऑयल: टी ट्री ऑयल को कैरियर ऑयल (Daily use oil) के साथ पतला करें ( अच्छी तरह मिला लें ) और इसे मुँहासे-प्रवण क्षेत्रों (Acne-prone areas)पर लगाएं।
शहद और दालचीनी मास्क: शहद और दालचीनी को मिलाकर पेस्ट बनाए और इसे मास्क की तरह Face पर लगाएं।
2. सूखी त्वचा के लिए :
नारियल तेल: मॉइस्चराइजर के रूप में अपनी त्वचा पर नारियल तेल लगाएं।
जैतून का तेल और शहद: जैतून का तेल और शहद मिलाएं और इसे प्राकृतिक मॉइस्चराइजर के रूप में उपयोग करें।
3.नमी और Redness को कम करने के लिए :
एलोवेरा: त्वचा को आराम और नमी देने के लिए प्रभावित क्षेत्र पर शुद्ध एलोवेरा जेल लगाएं।
कूल कंप्रेस: दर्द से राहत और लालिमा(Redness)को कम करने के लिए ठंडे या नम कपड़े का उपयोग करें या ठंडे पानी से स्नान करें।
4. एक्जिमा दूर करने के लिए :
ओटमील स्नान: खुजली वाली त्वचा को शांत करने के लिए कोलाइडल ओटमील के साथ गर्म पानी से स्नान करें।
नारियल तेल : त्वचा में नमी बनाए रखने के लिए नारियल तेल लगाएं।
5. डार्क स्पॉट या हाइपरपिग्मेंटेशन:
नींबू का रस: काले धब्बों पर ताजा नींबू का रस लगाएं (अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो इसका प्रयोग ना करें )।
विटामिन सी सीरम: काले धब्बों को धीरे-धीरे मिटाने के लिए विटामिन सी सीरम का उपयोग करें।
6. झुर्रियाँ को दूर करने के लिए :
जैतून का तेल: मॉइस्चराइज़ करने और महीन रेखाओं को कम करने के लिए अपने चेहरे पर जैतून के तेल की कुछ बूंदों से मालिश करें।
अंडे की सफेदी का मास्क: त्वचा को कोमल और झुर्रियों को दूर करने के लिए अंडे की सफेदी का मास्क लगाएं।

उच्च रक्तचाप का प्रबंधन कैसे करें?
उच्च रक्तचाप के कारण क्या हैं?
What are the causes of High Blood pressure?
- धमनियों का सिकुड़ना।
- समय पर खाना न खाना।
- धूम्रपान रक्तचाप बढ़ाता है, लेकिन रक्तचाप में तत्काल वृद्धि अस्थायी होती है।
- वजन ज़्यादा होना अधिक वजन वाले या मोटे लोगों में रक्तचाप बढ़ने की संभावना अधिक होती है।
- शारीरिक गतिविधि का अभाव(व्यायाम न करना)
- बहुत अधिक मात्रा में नमक का सेवन करना।
- शराब , तम्बाकू जसे नशीले पदार्थों का सेवन करना।
- अत्यधिक तनाव लेना।
उच्च रक्तचाप के लक्षण क्या हैं?
What are the symptoms of High Blood Pressure?
- लगातार और तीव्र सिरदर्द होना (विशेष रूप से सिर के पीछे)।
- दृष्टि संबंधी समस्याएं जैसे धुंधली दृष्टि या स्पष्ट रूप से देखने में कठिनाई।
- सीने में दर्द या जकड़न होना (यह एक गंभीर स्थिति है जिसके लिए तत्काल चिकित्सा परामर्श से सम्पर्क करें। )
- सांस लेने में कठिनाई होना।
- चक्कर आना।
- अत्यधिक थकान होना।
- नाक से खून आना।(हालांकि यह एक सामान्य लक्षण नहीं है, लेकिन उच्च रक्तचाप वाले कुछ लोगों को बार-बार नाक से रक्त प्रवाह हो सकता है।)